24 फरवरी, 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पांच नए एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) के उद्घाटन की घोषणा की। ये संस्थान विभिन्न राज्यों को स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ावा देने के लिए गुवाहाटी (असम), बिलासपुर (छत्तीसगढ़), मदुराई (तमिलनाडु), जयपुर (राजस्थान) और भोपाल (मध्य प्रदेश) में स्थापित किए जाएंगे।
यह पहल देश भर में गुणवत्तापूर्ण और सस्ती स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। आइए, इस घोषणा के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करें:
नए एम्स के लाभ:
गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा: ये नए एम्स देश के विभिन्न क्षेत्रों, विशेष रूप से उन क्षेत्रों में, जहां स्वास्थ्य सेवाओं की कमी है, उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करेंगे। इससे लोगों को दूर-दराज इलाकों में विशेषज्ञ चिकित्सकों और अत्याधुनिक उपचारों तक पहुंच प्राप्त होगी।
चिकित्सा शिक्षा का विस्तार: ये संस्थान चिकित्सा शिक्षा प्रदान करके देश में चिकित्सकों की कमी को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों और अनुसंधान के अवसर भी प्रदान किए जाएंगे, जिससे चिकित्सा क्षेत्र में उत्कृष्टता को बढ़ावा मिलेगा।
अनुसंधान को बढ़ावा: एम्स न केवल चिकित्सा शिक्षा के केंद्र हैं, बल्कि चिकित्सा अनुसंधान में भी अग्रणी भूमिका निभाते हैं। ये नए एम्स देश में चिकित्सा अनुसंधान को बढ़ावा देंगे, जिससे नए उपचारों और दवाओं के विकास का मार्ग प्रशस्त होगा।
रोजगार सृजन: नए एम्स की स्थापना से चिकित्सकों, नर्सों, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य कर्मचारियों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देगा।
स्वास्थ्य पर्यटन को बढ़ावा: ये नए एम्स अंतर्राष्ट्रीय स्तर की चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करके स्वास्थ्य पर्यटन को बढ़ावा दे सकते हैं, जिससे विदेशी मुद्रा अर्जित हो सकती है।
सरकार की स्वास्थ्य क्षेत्र की पहल:
यह घोषणा सरकार की देश भर में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने की व्यापक पहल का एक हिस्सा है। कुछ प्रमुख पहलों में शामिल हैं:
आयुष्मान भारत योजना: यह योजना देश के गरीब और वंचित लोगों को माध्यमिक और तृतीय चिकित्सा देखभाल प्रदान करने के लिए शुरू की गई है।
प्रधानमंत्री जनऔषधि योजना: इस योजना का उद्देश्य जेनेरिक दवाओं को सस्ती दरों पर उपलब्ध कराना है।
स्वच्छ भारत अभियान: स्वच्छ वातावरण और स्वच्छता की आदतों को बढ़ावा देकर इस अभियान का स्वास्थ्य सेवाओं पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
चुनौतियां और समाधान:
हालांकि नए एम्स की स्थापना एक सकारात्मक कदम है, लेकिन कुछ चुनौतियों का भी सामना करना पड़ सकता है, जैसे:
संसाधनों की कमी: नए संस्थानों को स्थापित करने और चलाने के लिए पर्याप्त संसाधनों, जैसे बुनियादी ढांचा, चिकित्सक, और उपकरणों की आवश्यकता होगी।
गुणवत्ता बनाए रखना: नए संस्थानों में भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और चिकित्सा सेवाएं सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है